बॉलीवुड के कद्दावर सुपरस्टार दिलीप कुमार उर्फ़ मुहम्मद यूसुफ खान की फिल्मों की सफलता के बारे में कौन नहीं जनता | ट्रेजडी किंग के नाम से मशहूर दिलीप कुमार के बारे में कई ऐसी बातें हैं जो लोग नहीं जानते | लेकिन हाल ही में उन्होंने अपने अपनी ऑटोबायोग्राफी का विमोचन किया है जिसमें उनके द्वारा उनकी जिंदगी का हर छुपा राज बताया गया है |
लोगों ने हमेशा यह जानने की कोशिश की दिलीप कुमार ताउम्र पिता क्यों नहीं बन सके | इसका खुलासा उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी "दिलीप कुमार - द सब्सटैंस एंड द शैडो" में पूरे विस्तार के साथ किया है |
दिलीप साहब का कहना है की सायरा जी पहली बार सन 1972 में गर्भवती हुईं लेकिन इसी दौरान उन्हें ब्लडप्रेशर की समस्या उत्पन्न हो गयी | जब उन्हें यह परेशानी हुई उस वक़्त उनके पेट में पल रहे भ्रूण का आठवां महीना चल रहा था अर्थात भ्रूण लगभग पूरी तरह से विकसित हो चुका था | भ्रूण को बाहर निकालने के लिए सर्जरी करना अति आवश्यक था परन्तु यदि सर्जरी की जाती तो सायरा जी की जान को खतरा हो सकता था | इसलिए सर्जरी का विचार छोड़ दिया गया और भ्रूण की साँस न ले पाने की वजह से मौत हो गयी और इस घटना के बाद सायरा बानो दुबारा कभी गर्भवती नहीं हो सकीं |
इसके कुछ साल बाद जब दिलीप कुमार ने दूसरी शादी आसमा रहमान से की तो ऐसा कहा गया कि यह शादी उन्होंने बच्चे की चाह में की है लेकिन दिलीप जी ने अपनी किताब में इस बात का पूरी तरह से खंडन किया है और सायरा बानो के माँ ना बन पाने की असली वजह यही बताई है |
हालांकि 2 साल में ही दिलीप कुमार का आसमा रहमान से तलाक हो गया और वह अपनी पहली पत्नी सायरा बानो के पास लौट आये परन्तु पितृसुख भोगने का मौका उन्हें कभी नहीं मिल पाया |