मशहूर कार निर्माता
कंपनी रोल्स रॉयल्स अपनी महंगी और आलीशान गाड़ियों की बनावट के लिए जानी जाती है | लेकिन
क्या आपको पता है कि भारत के राजस्थान के अलवर जिले से इस कार निर्माता कंपनी का बेहद
ही गहरा नाता है ? अगर नहीं, तो आज हम आपको बताते हैं कि रोल्स रॉयल्स का अलवर से क्या
रिश्ता है ?
राजस्थान के अलवर जिले
के राजा जय सिंह किसी काम से लंदन शहर गए हुए थे | एक दिन वे सुबह टहलते हुए बांड स्ट्रीट
पहुँचे | उस वक़्त उन्होंने अपने शाही कपडे एवं रत्न नहीं पहने हुए थे | पास ही में
उन्हें रोल्स रॉयल्स कंपनी का शोरूम दिखाई दिया | उन्होंने सोचा क्यों न शोरूम में
जाकर कार की कीमत एवं उसके फीचर्स के बारे में पता किया जाये क्योंकि उन्हें कारों
का बहुत शौक था |
वे जैसे ही शोरूम के
अंदर घुसे एक सेल्समैन की नज़र उन पर गयी | उस वक़्त उनके साधारण कपड़ों को देखकर उस सेल्समैन
ने सोचा कि यह कोई एक साधारण गरीब भारतीय है इसलिए उसने महाराज को बेहद बुरी तरह से
डांटकर बाहर का रास्ता दिखा दिया | महाराज क्रोधित हुए और सीधे अपने होटल के कमरे में
गए वहाँ उन्होंने अपने नौकर को बुलाकर बोला कि जाओ रोल्स रॉयल्स के शोरूम में बोलकर
आओ कि अलवर के महाराजा आपकी कुछ कार खरीदने के लिए उत्सुक हैं |
आख़िरकार महाराज एक
बार फिर रोल्स रॉयल्स के शोरूम पहुँचे लेकिन इस बार पूरे शान-ओ-शौकत के साथ और वो भी
अपने शाही वस्त्रों और रत्नों को पहनकर | उनके स्वागत के लिए पूरे फर्श में लाल कारपेट
बिछा दी गयी और सभी सेल्समैन्स ने सिर झुकाकर उनका सम्मान भी किया | महाराज ने उस समय
उस शोरूम में रखी हुई सभी 6 कारों को खरीद लिया और वो भी उनकी पूरी कीमत एवं डिलीवरी
चार्ज अदा करते हुए |
उन कारों को खरीदने
के बाद जब महाराज भारत आये उन्होंने अपने नगर निगम के अधिकारियों को आदेश दिया कि इन
सभी गाड़ियों को शहर की गन्दगी एवं कचरा उठाने और साफ-सफाई के लिए इस्तेमाल किया जाये
| धीरे-धीरे यह बात पूरे विश्व में फ़ैल गयी कि अलवर में रोल्स रॉयल्स की गाड़ियों का
इस्तेमाल कचरा उठाने एवं सफाई करने के लिए हो रहा है | इससे रोल्स रॉयल्स कंपनी पूरे
व्यवसाय जगत एवं आम दुनिया में हँसी का पत्र बन के रह गयी |
पूरे अमेरिका और यूरोप
में जब भी कोई रोल्स रॉयल्स कंपनी की गाड़ी लेता तो लोग उससे यही पूछते कि "कौन
सी गाड़ी ली है ? वही जो भारत में कचरा उठाने के लिए इस्तेमाल होती है |" इस पूरे
घटनाक्रम ने कंपनी की साख को हिला कर रख दिया और कंपनी का मार्केट तेजी से गिरने लगा
|
यह देख कंपनी ने महाराज
जय सिंह को भारत में टेलीग्राम द्वारा एक माफीनामा भेजा और साथ में ही प्रार्थना भी
की कि वे रोल्स रॉयल्स कंपनी की गाड़ियों से कचरा उठवाना बंद करें | यही नहीं उन्होंने
महाराज को अलग से रोल्स रॉयल्स कंपनी की 6 गाड़ियाँ उपहार स्वरुप दी वो भी बिलकुल मुफ्त
में | जब महाराज को लगा कि अब कंपनी ने अपना सबक सीख लिया है तब उन्होंने उन गाड़ियों
से कचरा उठवाना बंद करवा दिया |