भारत की एक ऐसी जगह जहा पैदा होते हैं सिर्फ जुड़वा लोग - a2zfact | all facts

भारत की एक ऐसी जगह जहा पैदा होते हैं सिर्फ जुड़वा लोग


क्या आप जानते हैं भारत में एक गांव ऐसा भी है जहा सबसे ज्यादा जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं?

भारत के दक्षिणी राज्य केरल के मलप्पुरम जिले के एक छोटे से गांव कोडिन्ही की कहानी कुछ ऐसी ही है | यदि आप उस गांव के लोगोँ को गौर से देखेंगे तो आपको वहाँ ज्यादातर लोगोँ का चेहरा एक जैसा ही दिखाई देगा और यह कोई भ्रम नहीं बल्कि एक अजीबो गरीब सच है | जब आप पूरे गांव का निरीक्षण करेंगे तो आप पाएंगे की वहाँ एक जैसे जुड़वा दिखने वाले लोगोँ के 300 से ऊपर जोड़े है | इसके रहस्य के पीछे की सच्चाई क्या है इस बात का पता करने कई वैज्ञानिक इस गांव में आये परन्तु किसी को भी सफलता नहीं मिली |


वहाँ के आसपास के लोगोँ का कहना है की सबसे पहले जुड़वा बच्चो का जन्म सन 1950 में हुआ था और उसके बाद यह सिलसिला तेजी से बढ़ता ही चला गया | वैज्ञानिकों का तो यह भी कहना है की कोडिन्ही गांव के जुड़वा बच्चों की जन्म दर पूरे विश्व के जुड़वा बच्चों की जन्म दर से 6 गुना है | सिर्फ 2008 में ही इस गांव में लगभग 15 जोड़ी जुड़वा बच्चों का जन्म हुआ था |


पिछले कई सालों से वहाँ रह रहे एवं वहाँ के जुड़वा लोगोँ के ऊपर अध्ययन कर रहे डॉ. कृष्णन श्रीबिजु के अनुसार इस गांव के आसपास के लोगोँ का अगर बारीकी से अध्ययन किया जाये तो वहाँ जुड़वा समूहों की संख्या 350 से भी ऊपर हो सकती है | उनका तो यह भी कहना है पिछले 10 सालों में इस गांव के जुड़वा लोगोँ की संख्या दुगुनी हो गयी है | यहाँ की जनसँख्या के अनुसार हर 1000 पैदा होने वाले बच्चों में से 45 बच्चे जुड़वा होते हैं |


यहाँ के बच्चों एवं अन्य लोगोँ की पढ़ाई और बाकी सुविधाओं के लिए यहाँ के लोगोँ ने मिलकर एक संस्था बनाई है जिसका नाम "टाका (TAKA - Twins And Kin Association )" है जिसके अध्यक्ष पुअल्लनी भास्करन हैं जो स्वयं भी अनु और अभि नाम के दो जुड़वा बच्चों के पिता हैं | फिलहाल आज भी वैज्ञानिक इस गांव के जुड़वा लोगोँ का रहस्य पता करने में प्रयासरत हैं |